
गुलशन तिवारी उदयपुर !
◆ बिजली जरूर हाफ हुआ है लेकिन बिजली बिल नही
उदयपुर ! DNnews- उदयपुर व आसपास के क्षेत्र में उदयपुर सब स्टेशन के अंतर्गत आने वाले लगभग 10 गांव के हितग्राही बिजली का लाभ उठाते हैं। बिजली का उपयोग करने के लिए प्रतिमाह बिजली का बिल देना होता है परंतु लॉकडाउन के चलते व ठेकेदार की लापरवाही के चलते 3 माह बाद एकमुस्त बिजली बिल दिया जा रहा है. व गलत बिजली बिल भी दिया जा रहा है. जिसके चलते हितग्राही परेशान हैं कई ऐसे हितग्राही भी है जिनका प्रतिमाह दो से ढाई हजार का बिल आता है उनका 3 माह का एक साथ 20 हजार से 22 हजार का बिजली बिल थमा दिया गया है. एक माह का दो हजार से पच्चीस सौ बिजली बिल आता है. तो 3 माह का बिजली बिल लगभग 7 हजार से साढ़े 7 हजार बिजली बिल आना चाहिए. परंतु बीस हजार से 22 हजार बिजली का बिल आना समझ से परे है.
लॉकडाउन के चलते पूरे छत्तीसगढ़ में एक माह का बिजली बिल नहीं आया था जिसके चलते सभी जगह 2 माह का बिजली बिल दिया गया है परंतु उदयपुर क्षेत्र में एक और माह का बिजली बिल ना देते हुए सीधा एक साथ 3 माह का बिजली बिल दिया गया है एक मुश्त बिजली बिल देने की वजह से बहुत ही कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है ग्रामीणों के द्वारा सभापति गुलशन तिवारी को बिजली बिल नही आने के संबंध में समस्या से अवगत कराया गया था क्षेत्रवासियों की समस्या को देखते हुए सभापति ने कनिष्ठ अभियंता छुईखदान को इस समस्या से अवगत कराया था जिसके तुरंत बाद बिजली बिल ग्रामीणों के हाथ में पहुंचा जब बिजली बिल ग्रामीणों के हाथ में पहुंचा तो ग्रामीण देखते ही दंग रह गए भारी भरकम मोटी रकम होने की वजह से ग्रामीण अब बिजली बिल का भुगतान करने से हिचक रहे हैं एक तरफ लॉकडाउन लगने से जनजीवन अस्त व्यस्त हो चुका है किसान व मजदूर वर्ग के साथ-साथ सभी वर्ग आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं उसके ऊपर 3 माह का बिजली बिल एकमुस्त भुगतान करना मुश्किल हो गया है साथ ही गलत बिजली बिल से भी लोग परेशान हैं।
▶️शासन की बिजली बिल हाफ योजना से वंचित होना पड़ रहा है
छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वकांक्षी योजना बिजली बिल हाफ के तहत अगर हितग्राही प्रतिमाह अपना बिजली का बिल का भुगतान करता है तो उनको बिजली बिल हाफ योजना का लाभ मिलेगा परंतु बिजली बिल हितग्राहियों के हाथ में आया ही नहीं है तो कहां से भुगतान करेंगे ऐसे में शासन की योजनाओं का भी ठेकेदार के द्वारा धज्जियां उड़ाई जा रही है ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है अगर बिजली बिल को नहीं सुधारा गया तो ग्रामीण बिजली बिल का भुगतान करने से साफ मना कर रहे हैं।
▶️क्या कहते हैं ग्रामीण ?
“प्रतिमाह ढाई सौ से तीन सौ रुपये बिजली बिल आता था परंतु इस बार 3 महीने का एक साथ 2100 बिजली बिल थमा दिया गया है 3 महीने का बिजली बिल देना तो समझ आता है परंतु 2100 बिजली बिल देना समझ से परे हैं।”
रामसेवक़ सेन ग्रामीण उदयपुर
“प्रतिमाह दो से ढाई हजार रुपए बिजली बिल आता था परंतु इस बार 22300 रुपये बिजली बिल थमा दिया गया है एक साथ 22300 रुपये का बिजली बिल भुगतान कर पाना मुश्किल है साथ ही रीडिंग भी गलत लिया गया है।”
गुलशन तिवारी ग्रामीण उदयपुर
“पहले प्रतिमा 400 से 500 रुपये बिजली बिल आता था परंतु इस बार 3 माह का एक साथ 4800 रुपये बिजली बिल थमा दिया गया है जब तक बिल नहीं सुधारेंगे तब तक बिजली बिल का भुगतान नहीं करेंगे लॉकडाउन में वैसे भी 50 दिन दुकान बंद रखे थे।”
ज्ञानचंद साहू निवासी खपरी दरबार
” पिछले कुछ दिनों पहले ही कनिष्ठ अभियंता का चार्ज ली हूं जैसे ही पता चला कि पिछले दो-तीन महीने से बिजली बिल हितग्राहियों के पास नहीं पहुंच रहा है तो बिजली बिल के लिए ठेकेदार को बोली हूं साथ ही हितग्राहियों समस्या का समाधान करने के लिए हमेशा तैयार हु।”
एम विश्वकर्मा
कनिष्ठ अभियंता छुईखदान