

▶️कृषि विभाग के सील गोदाम बगैर आदेश कैसे खोला गया ?
छुरिया ! DNnews- छुरिया ब्लाक मुख्यालय अधिकतर विभागों मे बड़े -बड़े घोटाले हो रहा है. जिसमे कई घोटालों मे नगर व क्षेत्र के रसूखदार लोगो के संलिप्तता से इंकार नही किया जा सकता. वहीं नेताओं के उदासीनता के वजह से कसूरवार अधिकारी कर्मचारी बड़े घोटाले करके भी सीना तान कर वर्षों से सरकारी कार्यालयों मे जमे हुए है. वर्ष 2009 मे छुरिया जनपद मे मनरेगा कार्य मे फर्जी टीन नं को लेकर दो जनपद सीईओ सहित 23 लोगो के खिलाफ अपराध दर्ज हुआ था. शिकायत मे मामला सही पाए जाने पर एफआई आर भी हुआ था. वही एक मामला छुरिया कृषि विभाग का वर्ष 2019-20 का है कार्यालय मे खबर है शासन द्वारा किसानों को खाद बीज जिंक वहां पदस्थ पंद्रह आरईओ को क्षेत्र के किसानों को वितरित करना था जिसे नहीं बाटा गया. बताया जाता है इस मामले का शिकायत उच्च अधिकारियो को होने के बाद जिला के अधिकारियों द्वारा जांच किया गया. बताते है जिसमे वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी दोषी पाए गए. उन पर निलंबन की कार्यवाही हुआ. व सात लाख रूपया उन पर रिकवरी निकाला गया व गोडाऊन सील किया गया. उसके बाद दोषी वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी का कोरोना काल के समय वर्ष 2021 मे मृत्यु हो गया.
▶️सील गोडाऊन को दो वर्ष मे किसके आदेश से खोला गया
अब सवाल यह उठता है कि वर्ष 2019-20 से आज दो वर्ष हो गया गोडाऊन के अंदर रखा गया. खाद्य सामाग्री बीज जिंक अब तक वहां सील है. जाँच के बाद उसे किसानों को क्यों नही बाटा गया. जानबूझकर दवाइयों को एक्सपायरी व खाद को सड़ाया जा रहा. खबर तो यहां तक है गोडाऊन को सील के दौरान किसके आदेश से क्यों खोला गया जप्त समान मे हेराफेरी का भी चर्चा है. क्षेत्र के वरिष्ठ लोगों का आरोप है स्थानीय विधायक व उच्च अधिकारी इसका निष्पक्ष जांच तथ्यों के आधार मे कराऐंगे तो अनेक बड़े चौकाने वाले लाखों का बीज घोटाला सामने आएगा .

“खाद वितरण नही होने का जांच हुआ था आदेश का कापी हमारे पास उपलब्ध नही है सील गोडाऊन को दो बार समान मिलान के नाम से खोलने का आदेश हमारे पास नही है।”
कृष्ण कुमार साहू वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी छुरिया