

▶️ एक दिन पहले ही भाजपाईयों ने खाद को लेकर विधानसभा स्तरीय जंगी प्रदर्शन किया था.
▶️2058 सोसायटी के 11000 कर्मचारी हुए शामिल
रायपुर ! DNnews- जिला सहकारी कर्मचारी संघ छत्तीसगढ़ महासंघ के आह्वान पर आज समस्त कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए. कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने के कारण प्रदेश भर के सोसायटियों मे आज दिनभर किसानों को भटकते देखा गया. आए खेती किसानी के दिनों मे कर्मचारियों का हड़ताल सरकार व किसानों के मुह मे तमाचा मारने जैसा हो गया है. बतादें कि कर्मचारियों के द्वारा पहले से ही सरकार को अपनी मांगो को लेकर अनिश्चित कालीन हड़ताल की चेतावनी दे दी गई थी. लेकिन सरकार व कर्मचारियों के बिच कोई बात नही बनी. और आज समस्त कर्मचारी संघो ने रायपुर कुच कर दिया. जानकारी के मुताबिक प्रदेश के समस्त जिले की कर्मचारियों ने अधिकारी को ज्ञापन एवं सूचना दे दिया था. 5 सूत्रीय मांगो के संबंध में 27 जुलाई से जिले एवं छत्तीसगढ़ के समिति कर्मचारी समिति प्रबंधक, धान प्रभारी, लेखापाल, सहायक प्रबंधक, लिपिक, कंप्यूटर ऑपरेटर, विक्रेता एवं चौकीदार सहित सभी कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे.
▶️ पहले भी कर चुके अनिश्चितकालीन हड़ताल
बतादें जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के अंतर्गत आने वाले कर्मचारी पिछले साल के अलावा कई बार सरकार को चेतावनी भी दे चुकी है. अनिश्चित कालीन हड़ताल को खत्म करने के लिए सरकार व कर्मचारियों के बीच मध्यस्थता भी हुई थी. लेकिन सरकार के तरफ से कर्मचारियों को केवल झुनझुना पकड़ा दिया जिससे छत्तीसगढ़ के समस्त कर्मचारी काफी आक्रोश मे नजर आ रहे है. आखिर सरकार आश्वासन देने के बाद धोखा देने वाली काम कर रही है.
▶️ किसान हुए हताश व परेशान
बतादें कि कर्मचारियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल के चलते सोसायटियों आदि मे एक भी कर्मचारी नजर नही आए. जिस वजह से किसानों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा . आए खेती किसानी के दिनो मे किसानों को खाद , बीज आदि के लिए भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा. इसके अलावा शासन की महत्वपूर्ण योजना गोधन न्याय योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना जैसे बहुत से कार्य प्रभावित हो रहे है.
▶️ विधानसभा का होना था घेराव
बतादें कि कर्मचारियों के द्वारा आज पहले ही दिन विधानसभा का घेराव होना था. लेकिन दिनभर बारिश व रास्ते मे बैरिकेडिंग लगने के कारण विधानसभा का घेराव नही हो सका. प्रशासन अपनी पुलिस फोर्स लगा रखा था. इस वजह से विधानसभा घेराव नही हो सका. बहरहाल अनिश्चित कालीन हड़ताल कब तक चलेगा उसका कोई ठिकाना नही है.
▶️ क्या है प्रमुख मांग
लगातार कर्मचारियों द्वारा सरकार से मांग करते आए है लेकिन जो भी सरकार सत्ता मे रही है केवल कर्मचारियों का शोषण ही किया है. इनका प्रमुख मांग ये है..
◆ धान खरीदी मे सुखद आया है और अतिरिक्त खर्च समिति को भुगतना करना.
◆ धान खरीदी अनुबंध मे संशोधन करे.
◆ शासकीय कर्मचारियों के भांति शासन सुविधा प्रदान करे
◆ वेतन अनुदान प्रदान करें
◆ धान परिवाहन अतिशीघ्र कर जो भी धान मे नुकसान हुआ है उनका परिवहनकर्ता एवं विपणन संघ से भरपाई करवाए।