
DNnews ब्यूरो !
साल्हेवारा ! DNnews- वक्त वक्त की बात है. कब किसके उपर कब मुसीबत आ जाए कोई नही जानता. जब कोई अजनबी किसी सुनसान रास्ते पर पर मदद की गुहार लगा रहा हो तो कोई भी व्यक्ति का हाथ यकायक मदद के लिए आगे नही बढेगा. हो सकता वह अंजान व्यक्ति शातिर भी हो. सोच समझकर मदद के लिए हाथ बढा़ना चाहिए.
🔷इंसानियत आज भी जिंदा है
एक ऐसा वाकया साल्हेवारा क्षेत्र मे LIC कार्य व मनोरंजन के उदेश्य से निकले मल्टिपल पर्सन दिलीप शुक्ला,हिमांशु शुक्ला,भारत सोनी,हर्षित नेवारे,अमृतसन्देश संवाददाता साल्हेवारा ऐश्वर्य (रोहित) शुक्ला को रामगोलाई घाट के पास एक बलेनो कार खराब स्थिति में मिला. उसमे अंजान मिश्रा परिवार काफी परेशान दिख रहा था. उन्होंने शुक्ला परिवार की गाड़ी रुकवाई व परेशानी बताई. उस समय वहां पर मुर्गी गाड़ी वाले भी सहयोग कर रहे थे. वो लोग भी थक गए और चले गए. तत्पश्चात रोहित शुक्ला व हर्षित नेवारे ने गाड़ी को सुधारने के लिए अथक प्रयास भी किए. कार्बन वगैरह चेक कर असफल होने के पश्चात अचानक एक तरकीब सुझी. उन्होंने दिमाग का प्रयोग करते हुए गणपति शोरूम के बेहतरीन हेड मिस्री से मोबाइल का कवरेज प्राप्त कर लगभग आधा एक घण्टे की मशक्कत कर गाड़ी स्टार्ट कर दी. व मिश्रा परिवार जिसमे उनकी पत्नी,उनकी माँ व बिटिया थे. सभी लोग खुशी के बहुत प्रफुल्लित हुए. व ये दोनों नवयुवकों को उन्होंने दिल से व हृदय की गहराईयों से अति प्रसन्न होकर रह रहकर धन्यवाद कहा.
गाड़ी में धक्का लगाने में हिमांशु शुक्ला व भारत सोनी ने भी काफी पसीने निकाले. इन युवकों व बालक हिमांशु शुक्ला को दिलीप शुक्लाने भी भी धन्यवाद दिया. जिनके सहयोग से राहगीर मलाजखंड बालाघाट के परिवार के चेहरे को इनहोने गहरी खुशी प्रदान की. हालांकि एक दुसरे से कभी मुलाकात नही हुई थी. लेकिन अचानक यह मुलाकात रिश्तों मे बदल गई.
