आखिर एक महिला फेसबुक पर प्रोफ़ाइल लॉक क्यों रखती है..... . : स्त्री को फेसबुक पर होने वाली सार्वभौमिक समस्या
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Inbox में
Hi
Hello
कहाँ से हो..?
कैसी हो..?
Love you...
मुझसे बात क्यूँ नहीं करती..?
मुझसे दोस्ती करोगी..?
ये समस्या सार्वभौमिक है...
हर स्त्री की समस्या है...
मानसिकता का स्वस्थ होना और
विकृत होना से संस्कारों पर है...!
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Inbox बना ही है बात करने लिए...!
पर बात करें किससे...??
ये सोचने वाली विषय है...
बात करने लायक कोई बात भी तो हो और
बात करने योग्य कोई व्यक्ति तो हो...!!
बात करने योग्य मध्य कोई विषय तो हो...!!
- आप बहुत अच्छा लिखती हैं..!
- आप बहुत सुन्दर हैं (फोटो हो तो)
- मैं आपका fan हूँ..!
- आपके विचारों से मेरा जीवन बदल रहा है..!
- मुझे आपसे बहुत प्रेम है..!
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Facebook पर एक विचारक, लेखक और कवि को
इसके सिवा क्या कहा जा सकता है...?
और ये बातें आराम से
सार्वजनिक तौर पर कही जा सकती हैं
सहज रूप से ...
पर ये बातें inbox में स्त्री को कहने की चाह
इन बातों की गरिमा को खो देती हैं..!
अधिकांश लोग वासनात्मक रूप ले कर स्त्री की ओर रुख कर रहे हैं और
एक भविष्य की सम्भावना को तलाशने की चाह
स्त्री के inbox तक ले जाती है....!
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ऐसा नही है कि
कोई बात नहीं करता...
सब करते हैं पर वहाँ एक सहमति होती है
जबर्दस्ती नहीं...!
बहुत पुरूष इस मामले में विकृत होते जा रहे हैं
वो हर दूसरी महिला के inbox तक
अपनी पहुँच बनाना चाहता है...
पर वो अपनी ऊर्जा को इस और नहीं बहाता कि
वो बात करने योग्य बने...
कि स्त्री खुद उसके inbox मे दस्तक दें...
विपरीत ऊर्जा के प्रति आकर्षण स्वाभाविक है...
ये मानवीय है पर
इसे हम धैर्यवान हो कर संस्कारों से ढक कर
सभ्यता से चलें तो
समाज में स्त्री पुरूष सम्बन्ध मजबूत होगा...!
मित्र हो सब कुछ हो...
मित्रता सर्वश्रेष्ठ है...
.
कुछ लोगों के छिछोरेपन के कारण सभी लोग पर उंगली उठने लगती हैं पर सोच अपनी अपनी
फेरसबुक वाल से .... साभार
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