भाजपा मे कार्यकर्ता व नेताओ में मे उत्साह की कमी, नारा व शक्ति केन्द्र के मिटिंग रस्म तक सीमित : कांग्रेस मे नेताओ के प्रचार पर मतदाता का रूझान कम, उम्मीदवार का क्षेत्र मे खासा प्रभाव मेहनत पर जीत का फैसला
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Akil meman chhuriya.
छुरिया ! DNnews राजनांदगांव लोकसभा का चुनाव इस बार दोनो दलों के उम्मीदवार के लिए कार्यकर्ता व नेताओं के भरोसे जीत आसान नही है. लोकसभा मे भाजपा प्रत्याशी को उनके ही पार्टी के बड़े नेताओं को इनका दोबारा प्रत्याशी बनाए जाना हजम नहीं हो रहा है तो वहीं उनके पार्टी के समयदानी संघ के कुछ कार्यकर्ताओं के अलावा पार्टी के कार्यकर्ता महज शक्ति केन्द्र व रैली व नारे लगाकर चुनाव प्रचार का रस्म अदायगी कर रहे है. भाजपा उम्मीदवार के गुच्छेदार भाषण का कितना प्रभाव पड़ता है ये तो मत पेटी खुलने के बाद ही समझ आएगा। बहरहाल खुज्जी विधानसभा मे भाजपा के कार्यकर्ता,नेताओं का मतदाताओं के बीच जाकर प्रचार का परिणाम जगजाहिर है। बड़बोलेपन व दावे मे इनका मुकाबला नही वर्तमान मे आम मतदाता व किसानों पर भाजपा प्रत्याशी से ज्यादा प्रभाव कांग्रेस उम्मीदवार का दिख रहा है।
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कांग्रेस मे कार्यकर्ता नेता प्रचार कम प्रदर्शन अधिक उम्मीदवार के मेहनत के बूते जीत का फैसला
राजनांदगांव लोकसभा मे कांग्रेस के अंदर आधे दर्जन युवा नेताओं को छोड़ बाकी नेता मान सम्मान, पूछ परख का बहाना कर सिर्फ चौक चौराहे मे राजनीतिक दावे तक सिमट गए है। वही खुज्जी विधानसभा मे एक दूसरे के गुट को निपटाने के खेल के चलते चुनाव व्यवस्था फेल है, इसका प्रमाण गैन्दाटोला से सेक्टर मे प्रत्याशी के दौरे मे जब उन्हें बगैर लाईट व मंच के भाषण देना पड़ा इससे गभ्भीर बात और क्या हो सकता है। कुल मिलाकर उम्मीदवार की जीत का दारोमदार उनके मेहनत पर निर्भर है, जानकारी है इस विधानसभा मे सेक्टर प्रभारी बुथ अध्यक्ष दो बड़े नेताओं के मतभेद के च्रकब्यूह मे फस गए है , क्षेत्र के वरिष्ठ कार्यकर्ता व नेताओं का माने तो वर्तमान हालात को पटरी मे लाने का कुवत डोगरगढ़ के युवा नेता जिन्हें राजनीति मे रणनीति बनाने का माहरत हासिल है और उनके पास कार्यकर्ताओं का एक बड़ा फौज भी है,राजनीति के क्षेत्र मे जिले के भाजपा नेता इनके इस काबिलियत से परचित है आरोप है इसलिए समय-समय पर इनके खिलाफ सिगूफा छोड़ कर इन्हें भयभीत कर बदनाम करने खेल का चर्चा है वरिष्ठ काग्रेसियों का मत है युवा नेता का पार्टी व अपने नेता के वफादार है प्रार्टी के प्रति उनके निष्ठा को षडयंत्र डिगा नहीं सकता कांग्रेस के स्थानीय नेताओं का मत है पार्टी के आला नेता जिनके उपर लोकसभा चुनाव मे संचालन का जवाबदारी है समय रहते युवा नेता के राजनीतिक सूझबूझ का उपयोग करना होगा जो कांग्रेस प्रत्याशी के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।
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