प्यार की जीत: लेडी टीचर और प्रिंसिपल की दिलचस्प कहानी : मजेदार बात यह रही कि उनकी शादी मंदिर में हुई और विदाई थाने से हुई
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भागलपुर / बिहार DNnews - प्यार कहीं भी, कभी भी और किसी से भी हो सकता है। इस कहानी में एक लेडी टीचर और प्रिंसिपल की मुलाकात हुई, जिन्होंने अपने प्यार के लिए पुलिस का साहारा भी लिया। इसकी खास बात यह है कि उनका विवाह मंदिर में हुआ और विदाई थाने से हुई।
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कहानी का संदेश
इशाकचक थाने के मामले में, प्रिंसिपल सरोज वर्मा और टीचर शुभांगी प्रियदर्शनी को चार सालों तक उनके परिजनों की मुखौटा विरोध का सामना करना पड़ा। इसके बावजूद, जब दोनों को आपसी सहमति मिली, तो उन्होंने मंदिर में अपनी शादी का आयोजन किया।
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फोटो सोशल मीडिया पर
शादी का फैसला होते ही दोनों ने इसे सोशल मीडिया पर साझा किया, जिससे इशाकचक थाने में दोनों परिजनों को बुलाना पड़ा। वहां परिजनों का विरोध हुआ, लेकिन पुलिस के सहयोग से शादी की प्रक्रिया मुख्य हो सकी।
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थाने पर कागजी कार्रवाई
प्रिंसिपल और टीचर को शादी करने से रोकने की कोशिश करने पर इशाकचक थानेदार ने इनका समर्थन किया, और थाने पर जाकर शादी की कागजी कार्रवाई की गई। इसके बाद प्रेमी युगल खुशी-खुशी अपने घर गए, जो एक नई शुरुआत की ओर कदम बढ़ाएंगे।