KCG उदयपुर में विराजमान है कुंवारी माता : 1480 कील ( खीला ) से बने बिस्तर में लेटी हुई है, सीना में ज्योति भी प्रज्वलित है.
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Dinesh sahu khairagrah 9098981250.
खैरागढ़ ! DNnews - केसीजी जिला के छुईखदान ब्लाक के उदयपुर गॉव में कुंवारी माता इस समय कौतुहल का विषय बना हुआ है. छुईखदान से महज 17 किलोमीटर की दुरी पर स्थित उदयपुर में साहू परिवार में एक 12 वर्षीय कन्या के ऊपर पिछले 6 साल से माता विराजमान है. इस साल नवरात्री में कुंवारी माता दिलेश्वरी साहू को ज्योति क्लश स्थापना के लिए सपना आना चालू हो गया. जिसकी सुचना कुंवारी माता ने परिजनों को दी.
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रायपुर शहर में रह रहे कुंवारी माता के पिता चुन्नू राम साहू, दादा भानु राम साहू ने कुंवारी माता के कहे अनुसार गॉव उदयपुर में ज्योति क्लश स्थापना की वो भी अद्भुत, कुंवारी माता बाकायदा 1480 कील वाले बिस्तर में लेटे हुए है. वही कुंवारी माता के सीने में बाकायदा ज्योत जल रही है. यह ज्योत चैत नवरात्र एकम से लगातार नवमी तक जलेगी। अचरज दृश्य को देखकर परिजनों ने कुंवारी माता का देखभाल सहित सेवा सत्कार चालू कर दिए है.
कुवांरी माता ने बताया की वे शाम को भोजन के रूप में केवल दो चम्मच दुबी का रस पीते है. जिससे उनको एनर्जी मिलती है. इसके आलावा माता दिनभर कुछ भी चीजों का सेवन नहीं करती. यही नहीं माता रानी दिन रात कील वाले बिस्तर में लेटी रहती है. जिससे उनको और भी शक्ति मिलती है.और यही शक्ति के बदौलत नौ दिनों तक साधना से अपने सीने में ज्योति जला रखी है.
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जिले में पहली बार कुंवारी माता विराजमान हुई है जिसे देखने के लिए आसपास ही नहीं दूरदराज के लोग भी पहुंच रहे है. मातारानी के दर्शन पश्चात् लोग नारियल, फूल अगरबत्ती भी चढ़ा रहे है. उदयपुर से बाजार अतरिया जाने वाले रास्ते पर मातारानी का मिटटी से बना हुआ पुराना घर है. जहा मातारानी के रिश्तेदारों सहित आसपास गॉव वालो का आना जाना लगा हुआ है.
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